महाकुंभ में भगदड़, अब तक 35 की मौत, कई घायल
![](https://punchmedia.in/wp-content/uploads/2025/01/GibLRvSaYAAuBoq-1.jpg)
Maha Kumbh : प्रयागराज के संगम तट पर मंगलवार-बुधवार की रात करीब डेढ़ बजे भगदड़ मच गई। अब तक 35 से 40 से लोगों की मौत की खबर है। बताया गया है कि यह आंकड़ा और भी बढ़ सकता है।
डीआईजी वैभव कृष्ण ने बताया कि महाकुंभ में हुई भगदड़ में 30 श्रद्धालुओं की मौत र्हु है। इनमें 25 की शिनाख्त हो चुकी है। 90 घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया है।
महाकुंभ में भगदड़ पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “प्रयागराज महाकुंभ में जो हादसा हुआ, वह बेहद दुखद है। इसमें जिन श्रद्धालुओं ने अपने प्रियजनों को खोया है, उनके प्रति मेरी गहरी संवेदना है। इसके साथ ही मैं सभी घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं। स्थानीय प्रशासन पीड़ितों की हरसंभव मदद करने में लगा हुआ है। इस संबंध में मैंने मुख्यमंत्री योगी जी से बात की है और मैं लगातार राज्य सरकार के संपर्क में हूं।”
बताया गया है कि अफवाह के चलते संगम नोज पर भगदड़ मची। कुछ महिलाएं जमीन पर गिर गईं और लोग उन्हें कुचलते हुए निकल गए। इस हादसे में कई लोग घायल हुए हैं। कुछ घायलों को उनके परिवार वाले अपने साथ ले गए, जबकि 36 लोगों का इलाज मेडिकल अस्पताल में चल रहा है। प्रशासन ने हेल्पलाइन नंबर 1920 जारी किया है, जिससे लोग अपने परिजनों की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। मौनी अमावस्या के दिन रात 1 से 2 बजे के बीच संगम में स्नान के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। अधिक संख्या में लोगों के आने से बैरिकेडिंग टूट गई जिससे भगदड़ मच गई। जो लोग जमीन पर बैठे या लेटे थे वे अचानक भीड़ की चपेट में आ गए।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने पहले ही अखाड़ों और संतों से कुछ देरी से स्नान करने का अनुरोध किया था ताकि स्नान सुचारू रूप से हो सके। प्रशासन ने भीड़ नियंत्रण के लिए घाटों और अखाड़ों के पास बैरिकेडिंग लगाई थी परन्तु अधिक भीड़ के दबाव के कारण यह टूट गई जिससे अफरा-तफरी मच गई।
घटना के बाद प्रशासन ने स्थिति को नियंत्रण में कर लिया है। अखाड़ों का अमृत स्नान सुरक्षित तरीके से पूरा कराया गया है। पुलिस और सुरक्षाबल भीड़ को व्यवस्थित करने में जुटे हुए हैं ताकि आगे कोई और दुर्घटना न हो।
इधर, महाकुंभ में भगदड़ के बाद निरंजनी अखाड़े के संत ने कहा कि कुंभ को सेना के हवाले कर देना चाहिये था। आज कुंभ को प्रशासानिक व्यवस्था के कारण ये हुआ। बहुत दुख की बात है।