Hathras Satsang : उत्तर प्रदेश के हाथरस में भोले बाबा के सत्संग में हिस्सा लेने पहुंचे श्रद्धालुओं के बीच मची भगदड़ में मरने वालों की संख्या बढ़कर 122 हो गई है। एटा के सीएमओ डॉ उमेश कुमार त्रिपाठी ने मौत के आंकड़ों की पुष्टि की है। सभी डेड बॉडी को एटा मेडिकल कॉलेज भेज दिया गया है। बताया जा रहा है कि सत्संग में भीषण गर्मी की वजह से भक्तों की स्थिति खराब हो गई। सत्संग में हिस्सा लेने पहुंचे कई लोगों ने आपबीती सुनाई।
सत्संग में हिस्सा लेने पहुंची एक महिला ने बताया, “हम कई लोगें के साथ एक गाड़ी में सत्संग में हिस्सा लेने पहुंचे थे। लेकिन अब हमें पता नहीं है कि कुल कितने थे, लेकिन मैं एक बात कह सकती हूं कि हमारे साथ कई लोग थे। सभी एक-दूसरे पर चढ़ रहे थे। एक दूसरे को धक्का दे रहे थे, जिसमें कई लोग दब गए। सत्संग समाप्त होने के बाद जब हम जा रहे थे, तभी लोग एक दूसरे को धक्का देने लगे। एक-दूसरे को कुचलने लगे।”
वहीं, सत्संग में हिस्सा लेने पहुंची ज्योति नाम की युवती ने भी वहां की स्थिति के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा, “हम कई लोगों के साथ सत्संग में हिस्सा लेने पहुंचे थे। वहां बहुत सारे लोग थे। शुरू में तो सब कुछ ठीक ही था, लेकिन सत्संग समाप्त होने के बाद सभी लोग एक दूसरे पर चढ़ गए। पता ही नहीं चला कि ये सब कैसे हो गया। हमें बाहर निकलने की जगह ही नहीं मिल पा रही थी। सत्संग में कई लोग शामिल थे, जिसमें कइयों की मौत हो चुकी है।”
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट किया, “जनपद हाथरस की दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना में हुई जनहानि अत्यंत दुःखद एवं हृदय विदारक है। मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिजनों के साथ हैं। संबंधित अधिकारियों को राहत एवं बचाव कार्यों के युद्ध स्तर पर संचालन और घायलों के समुचित उपचार हेतु निर्देश दिए हैं। उत्तर प्रदेश सरकार में मा. मंत्री श्री लक्ष्मी नारायण चौधरी जी, श्री संदीप सिंह जी घटना स्थल के लिए रवाना हो चुके हैं तथा प्रदेश के मुख्य सचिव व पुलिस महानिदेशक को घटना स्थल पर पहुंचने हेतु निर्देशित किया है। ADG, आगरा और कमिश्नर, अलीगढ़ के नेतृत्व में टीम गठित कर दुर्घटना के कारणों की जांच के निर्देश भी दिए हैं। प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्माओं को अपने श्री चरणों में स्थान तथा घायलों को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ प्रदान करें।”
हाथरस भगदड़ | केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट किया, “उत्तर प्रदेश के हाथरस में हुए दुखद हादसे से मुझे गहरा दुख हुआ है। इस हादसे में जान गंवाने वालों के परिजनों के प्रति मैं अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं। ईश्वर उन्हें यह पीड़ा सहने की शक्ति दे। स्थानीय प्रशासन राहत कार्यों में जुटा हुआ है। मैं घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं।”