कोरबा : ईश्वर ने आंखों की रोशनी छीन ली, 86.33% अंक अर्जित कर दूसरों को दिखाई रोशनी
ब्लाइंड परीक्षार्थियों के स्कूल शिक्षा विभाग के समग्र शिक्षा द्वारा रीडर उपलब्ध कराया जाता है
कोरबा, 11 मई। जुनून और जज्बा हो तो शारीरिक अक्षमता आड़े नहीं आती है। चन्द्रभान साहू (Chandrabhan Sahu) पूर्ण रूप दृष्टि बाधित (Blind Student) हैं। बावजूद इसके उन्होंने छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल (CG Board) द्वारा आयोजित 10वीं बोर्ड परीक्षा में 86.33 फीसदी अंक अर्जित किया।
चन्द्रभान छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में स्थित सरस्वती उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, बुधवारी के छात्र हैं और रोटरी क्लब ऑफ कोरबा द्वारा संचालित छात्रावास में रहते हैं। 10 मई को जब रिजल्ट की घोषणा हुई तो चन्द्रभान का चेहरा खुशी से दमक उठा। क्योंकि उनकी मेहनत सफल हुई थी और उन्होंने सभी विषयों में डिसि्ंटक्शन के साथ 86.33 प्रतिशत अंक (कुल 518) अर्जित किए थे।
12वीं में और बेहतर रिजल्ट लाना है लक्ष्य
चन्द्रभान ने बताया कि वे 11वें में कला संकाय में प्रवेश लेंगे। उनका लक्ष्य 11वीं और 12वीं बोर्ड में अपने प्रदर्शन को और सुधारना होगा। चन्द्रभान के परिजन मुंगेली जिले के ग्राम जुनवानी में निवास करते हैं। पिता अनिल कुमार साहू खेती किसानी करते हैं और उनकी एक किराना दुकान है। 18 वर्षीय चन्द्रभान कक्षा चौथी में तभी से रोटरी के छात्रावास में निवास कर रहे हैं। चन्द्रभान जब सात साल के थे तब रेटिना में कुछ समस्या आई और आंखों की रोशन पूरी तरह चली गई। चन्द्रभान की रुचि म्यूजिक में भी है। वे तबला वादन करते हैं।
100% ब्लाइंड, फिर कैसे की पढ़ाई
चन्द्रभान ने punchmedia.in को बताया कि वो स्मार्ट मोबाइल का उपयोग करते हैं। वे मोबाइल पर पाठ्यक्रम से संबंधित विवरण की रिकार्डिंग रखते हैं। साथ ही ई- लाइब्रेरी के जरिए ऑनलाइन तरीके से जो रीड होता उससे पढ़ाई करते हैं। बोर्ड परीक्षा की तैयारी में चन्द्रभान रोजाना 4 से 5 घण्टे समय देते थे। चन्द्रभान ने बताया कि उन्हें विद्यालय के सभी शिक्षकों का खासा योगदान मिला है। खासकर उन्होंने अपनी क्लासमेट अमृता निशांत का आभार जताया। अमृता ने चन्द्रभान को स्टडी कराने में सहयोग दिया। अमृता ने 10वीं की परीक्षा में 96.33 फीसदी अंक अर्जित किए हैं। दोस्त दीपेश कमर ने साथ दिया। रोटरी छात्रावास की प्रमुख रिता खेत्रपाल, टीचर जानकी ने चन्द्रभान को हर पल प्रोत्साहित किया। समग्र शिक्षा के जावेद अख्तर ने भी चन्द्रभान को पूरा सहयोग दिया।
ब्लाइंड परीक्षार्थी कैसे देते हैं परीक्षा
ब्लाइंड (Blind) परीक्षार्थियों के स्कूल शिक्षा विभाग के समग्र शिक्षा द्वारा रीडर उपलब्ध कराया जाता है। 10वीं की परीक्षा के लिए 9वीं कक्षा का रीडर मिलता है। रीडर द्वारा प्रश्न पढ़कर सुनाया जाता है और ब्लाइंड परीक्षार्थी द्वारा बताए गए उत्तर को उत्तर पुस्तिका पर लिखा जाता है। चन्द्रभान के रीडर विश्वास मंडल थे। समग्र शिक्षा द्वारा रीडर अलाउंस भी दिया जाता है। समग्र शिक्षा, कोरबा द्वारा चन्द्रभान को कक्षा 9वीं में पहुंचने पर एक समर्ट फोन प्रदाय किया गया था। 11वीं प्रवेश करने पर भी स्मार्ट मोबाइल दिया जाएगा।