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कोरबा निगम आयुक्त जनप्रतिनिधियों का नहीं उठाती हैं फोन, न ही वार्डों का करती हैं दौरा, डिप्टी CM से हुई शिकायत

कोरबा नगर निगम, आईएएस के नए बैच के अधिकारियों के लिए एक ट्रेनिंग सेंटर बनकर रह गया है

Korba Nigam : कोरबा, 30 जुलाई। नगर पालिक निगम की एमआईसी सदस्य सपना चौहान ने आयुक्त प्रतिष्ठा ममगोई के खिलाफ मोर्चा खोला है। कामकाज में लापरवाही एवं भर्राशाही को लेकर आयुक्त की राज्य के उप मुख्यमंत्री एवं कोरबा जिले प्रभारी मंत्री अरूण साव से शिकायत की गई है।

पत्र में सपना चौहान ने लिखा है कि पिछले 2- 3 महीनों से नगर निगम कोरबा क्षेत्र में जल आपूर्ति की समस्या लगातार बनी हुई है। भीषण गर्मी में पेय जल जैसी बुनियादी जरूरतों को पूरा करने की दिशा में निगम के अधिकारियों की उदासीनता और निकम्मापन अब उजागर हो रहा है। इस साल गर्मी के दिनों में पीने के पानी के लिए कोरबा के आमजनों में त्राहिमाम मचा हुआ है। फिलहाल पिछले 5 दिनों से लगातार जल आपूर्ति पूरी तरह से बाधित है, पर कोरबा नगर निगम आयुक्त को इस बात की कोई चिंता नहीं है। आम लोगों की इस बुनियादी जरूरत की ओर ध्यान देने और समस्या निदान की दिशा में ठोस पहल करने से इनका कोई सरोकार नहीं है। शासन की महत्वाकांक्षी नल-जल योजना जो सभी के लिए सुविधाजनक तरीके से उपलब्ध हो सके ऐसी व्यवस्था बनाई गई थी, लेकिन इस योजना का निगम अधिकारियों द्वारा सही तरीके से क्रियान्वयन नहीं कराया जा रहा है और इस लोक कल्याणकारी योजना को अधिकारियों ने रसातल में पहुंचा दिया है।

ऐसा प्रतीत होता है कि कोरबा नगर निगम, आईएएस के नए बैच के अधिकारियों के लिए एक ट्रेनिंग सेंटर बनकर रह गया है, जहां आईएएस अधिकारी सिर्फ अपना सीआर बनाने के लिए आते हैं। नगर निगम आयुक्त, विभाग की एक मुख्य और जिम्मेदार अधिकारी हैं, पर जमीनी सच्चाई से उलट इनका ध्यान सिर्फ अधिकारियों के साथ मिल कर उल्टे सीधे आदेश निकालने मात्र तक रह गया है।

पार्षद ने शिकायत में बताया है कि निगम आयुक्त को तो जनप्रतिनिधियों का फोन तक उठाने की फुरसत नहीं है। छत्तीसगढ़ सरकार के आदेश का उलंघन करना जैसे इनका पसंदीदा शौक बन गया है। आम जनता के हितों की चिंता करने वाले आप जैसे प्रदेश के उप मुख्यमंत्री और विभागीय व कोरबा जिला के प्रभारी मंत्री के निर्देशानुसार सप्ताह में कम से कम 4 दिन सभी निगम क्षेत्र के आयुक्तों को निगम क्षेत्र के विभिन्न वार्डों का दौरा करने और जन समस्याओं से रूबरू होने के लिए जाना चाहिए और उन समस्याओं का यथा संभव समाधान करने का प्रयास करना चाहिए। परंतु कोरबा नगर निगम आयुक्त शासन के आदेशों को ठेंगा दिखाते हुए अपनी मनमानी करते हुए नजर आ रही हैं।

इनकी कार्यशैली से स्पष्ट तौर पर दिखाई पड़ने लगा है कि कोरबा निगम आयुक्त द्वारा क्रांग्रेस के चुने हुए जनप्रतिनिधियों व सम्मानित व जिम्मेदार पदाधिकारियों की उपेक्षा की जा रही है और वर्तमान में निगम द्वारा आयोजित किसी भी भूमिपूजन अथवा लोकार्पण जैसे कार्यक्रमों में ना ही उनके नामों का उल्लेख किया जाता है और ना ही उनके फोटो आदि दिये जाते हैं।

एमआईसी सदस्य ने कहा कि इस पत्र के माध्यम से कोरबा निगम क्षेत्र के आम नागरिक राज्य सरकार से अपेक्षा करते हैं कि तत्काल ही ऐसे अधिकारियों पर कार्यवाही होनी चाहिए जो सही तरीके से अपने कर्तव्यों का निर्वहन न करते हों, जिनकी वजह से आमजनों को भविष्य में इस तरह की परेशानियों का फिर से सामना न करना पड़े।

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