धारा 370 हटने के बाद जम्मू-कश्मीर में पहली बार होंगे विधानसभा चुनाव
हरियाणा में एक चरण में चुनाव संपन्न होंगे
चुनाव आयोग ने आज हरियाणा और जम्मू-कश्मीर के लिए विधानसभा चुनावों के कार्यक्रम की घोषणा की। जम्मू-कश्मीर में 5 चरणों में चुनाव होंगे। वहीं हरियाणा में एक चरण में चुनाव संपन्न होंगे। दोनों ही राज्यों के नतीजे एक ही दिन 29 सितंबर को आएंगे। जम्मू-कश्मीर में तीन चरणों में चुनाव होंगे। पहला चरण 18 सितंबर को होगा। जबकि दूसरा चरण 25 सितंबर और तीसरा 1 अक्टूबर को वोट डाले जाएंगे। हरियाणा में एक चरण में 1 अक्टूबर को वोट डाले जाएंगे। दोनों ही राज्यों के नतीजे 4 अक्टूबर को आएंगे। हरियाणा में विधानसभा चुनाव 90 सीटों के लिए होंगे, जिनमें से 73 सामान्य और 17 अनुसूचित जाति (एससी) के लिए आरक्षित हैं।
जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) से धारा 370 हटने के बाद यह पहला मौका है जब राज्य में चुनाव होने जा रहा है। साल 2014 में जम्मू-कश्मीर में आखिरी बार विधानसभा चुनाव पांच चरणों में हुआ था। परिसीमन का ऽ काम पूरा नहीं होने के चलते जम्मू-कश्मीर में लंबे समय तक विधानसभा चुनाव नहीं कराया जा सका। मई, 2022 के परिसीमन के बाद अब जम्मू-कश्मीर विधानसभा में सीटों की संख्या 90 हो गई है। जम्मू में 43 और कश्मीर में 47 विधानसभा सीटों पर चुनाव होंगे। 2014 में 87 विधानसभा सीटों पर चुनाव हुए थे, जिसमें जम्मू की 37 और कश्मीर घाटी की 46 सीटों के अलावा 6 सीटें लद्दाख की थीं।
चुनाव आयोग के प्रमुख राजीव कुमार के नेतृत्व में 8 से 10 अगस्त तक चुनाव की तैयारियों को लेकर आयोग श्रीनगर और जम्मू का दौरा कर चुका है। चुनाव आयोग के अनुसार, उत्तरी कश्मीर के जिलों में चुनौतियां हैं। यहां के कई इलाके संवेदनशील हैं। उत्तरी कश्मीर में अनंतनाग, बारामुला, बुडगाम, बांदीपोर, गांदरबल, कुपवाड़ा, कुलगाम, पुलवामा, शोपियां और श्रीनगर जिले को संवेदनशील माना गया है। वहीं, जम्मू संभाग में कठुआ, सांबा, रियासी, जम्मू, उधमपुर जैसे जिलों को संवेदनशील माना गया है।