छत्तीसगढ़ : अंततः शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने दिया इस्तीफा
रायपुर, 17 जून। अंततः छत्तीसगढ़ के स्कूल शिक्षा, उच्च शिक्षा, संसदीय कार्य, धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व, पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री एवं विधायक बृजमोहन अग्रवाल (Brijmohan Agarwal) ने अपने विधानसभा की सदस्यता से विधानसभा अध्यक्ष डा. रमन सिंह को उनके निवास स्थान जाकर अपना इस्तीफा पत्र सौंपा।
इस दौरान वरिष्ठ विधायक अजय चन्द्राकर, विधायक राजेश मुणत, अनुज शर्मा, इंद्रकुमार साहू, पुरन्दीर मिश्रा, गुरु खुशवंत साहेब, पूर्व मंत्री प्रेम प्रकाश पांडे, पूर्व सांसद सुनील सोनी, जिलाध्यक्ष जयंती पटेल, वरिष्ठ नेता अशोक बजाज सहित वरिष्ठ नेतागण मौजूद रहे।
बृजमोहन अग्रवाल रायपुर से सांसद चुने गए हैं। मोदी सरकार की तीसरी पारी में माना जा रहा था कि उन्हें मंत्री पद दिया जाएगा, लेकिन बिलासपुर से चुनाव जीतने वाले पहली बार के सांसद तोखन साहू को केन्द्रीय राज्यमंत्री बना दिया गया। बताया जा रहा है कि केन्द्र में मंत्री नहीं बनाए जाने को लेकर बृजमोहन नाराज थे। रविवार को नितीन नबीन के रायपुर आगमन के बाद बृजमोहन अग्रवाल को विधायकी छोड़ने के लिए राजी किया गया। अब देखना है कि राज्य में स्कूल शिक्षा, उच्च शिक्षा, संसदीय कार्य, धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व, पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री की जवाबदारी किसे मिलती है।
इधर, बृजमोहन अग्रवाल ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट किया, उन्होंने इसमें लिखा, जब जिम्मेदारियां बढ़ती हैं तो बहुत कुछ छोड़ना भी पड़ता है। 35 सालों से ज्यादा समय से मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ विधानसभा की कार्यवाही में शामिल रहने और राज्य के विकास और खुशहाली के लिए कार्य करने के बाद आज विधायक पद से इस्तीफा देना मेरे लिए बहुत ही भावुक क्षण है। नई ऊर्जा के साथ रायपुर लोकसभा और छत्तीसगढ़ के लिए काम करूंगा। अपनी जनता के लिए जैसे उनका मोहन था, आगे भी वैसा ही उनका मोहन रहेगा।