Election 2024Featured

वरुण गांधी का पीलीभीत की जनता को पत्र, कहा- वे आम आदमी की आवाज उठाते रहेंगे, चाहे कोई भी कीमत चुकानी पड़े

पीलीभीत संसदीय क्षेत्र से वरुण गांधी की बजाय उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री जितिन प्रसाद को उम्मीदवार बनाया गया है

नई दिल्ली, 28 मार्च। गुरुवार को वरुण गांधी (Varun Gandhi) ने पीलीभीत वासियों के नाम एक पत्र लिखा। इस पत्र को उन्होंने सोशल मीडिया पर वायरल किया। उत्तर प्रदेश के पीलीभीत से भाजपा ने वरुण गांधी को टिकट नहीं दिया है। इस सीट से वे चुनाव जीतते रहे हैं। उत्तर प्रदेश के पीलीभीत संसदीय क्षेत्र से वरुण गांधी की बजाय उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री जितिन प्रसाद को उम्मीदवार बनाया गया है। वरुण गांधी ने पत्र में लिखा है कि वे आम आदमी की आवाज को उठाते रहेंगे, चाहे इसकी उन्हें कोई भी कीमत चुकानी पड़े।

वरुण गांधी ने पीलीभीत वासियों को प्रणाम कहते हुए लिखा है, “एक सांसद के तौर पर मेरा कार्यकाल भले समाप्त हो रहा हो, पर पीलीभीत से मेरा रिश्ता अंतिम सांस तक खत्म नहीं हो सकता। सांसद के रूप में नहीं, तो बेटे के तौर पर सही, मैं आजीवन आपकी सेवा के लिए प्रतिबद्ध हूं और मेरे दरवाजे आपके लिये हमेशा पहल जैसे ही खुले रहेंगे। में राजनीति में आम आदमी की आवाज उठाने आया था और आज आपसे यही आशीर्वाद मांगता हूं कि सदेव यह कार्य करता रहूं, भले ही उसकी कोई भी कीमत चुकानी पड़े। मेरा और पीलीभीत का रिश्ता प्रेम और विश्वास का है, जो किसी राजनीतिक गुणा- भाग से बहुत ऊपर है। मैं आपका था, हूं और रहूंगा।“

अपने पत्र में पीलीभीत के साथ अपने पुराने रिश्तों को याद करते हुए वरुण गांधी ने लिखा, “पीलीभीत वासियों को मेरा प्रणाम! आज जब में यह पत्र लिख रहा हूं, तो अनगिनत यादों ने मुझे भावुक कर दिया है। मुझे वो 3 साल का छोटा सा बच्चा याद आ रहा है जो अपनी मां की उंगली पकड़ कर 1983 में पहली बार पीलीभीत आया था, उसे कहां पता था एक दिन यह धरती उसकी कर्मभूमि और यहां के लोग उसका परिवार बन जाएंगे। में खुद को सौभाग्यशाली मानता हूं कि मुझे वर्षों पीलीभीत की महान जनता की सेवा करने का मौका मिला। महज एक सांसद के तौर पर ही नहीं, बल्कि एक व्यक्ति के तौर पर भी मेरी परवरिश और मेरे विकास में पीलीभीत से मिले आदर्श, सरलता और सहृदयता का बहुत बड़ा योगदान है। आपका प्रतिनिधि होना मेरे जीवन का सबसे बड़ा सम्मान रहा है और मैंने हमेशा अपनी पूरी क्षमता से आपके हितों के लिए आवाज उठाई।“

 

Related Articles

Back to top button