राष्ट्रपति रईसी के निधन पर भारत में मंगलवार को राजकीय शोक, PM मोदी ने कहा- दुख की इस घड़ी में भारत ईरान के साथ खड़ा है
भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ईरान के राष्ट्रपति के हेलीकॉप्टर हादसे में निधन पर दुख जताया है
ईरान (Iran) के सर्वोच्च नेता अली खामेनेई ने राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मौत पर देश में पांच दिन के राष्ट्रीय शोक की घोषणा की है। उन्होंने मोहम्मद मोखबर को अंतरिम राष्ट्रपति नियुक्त करने को मंजूरी दी है। दुनिया के प्रमुख नेताओं ने राइसी के निधन पर शोक जताया है। इनमें भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी हैं। इधर, भारत सरकार ने निर्णय लिया है कि देश में 21 मई को राजकीय शोक रहेगा।
भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ईरान के राष्ट्रपति के हेलीकॉप्टर हादसे में निधन पर दुख जताया है। प्रधानमंत्री मोदी ने एक्स हैंडल पर जारी अपने शोक संदेश में कहा कि दुख की इस घड़ी में भारत ईरान के साथ खड़ा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लिखा है, “इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ ईरान के राष्ट्रपति डॉ. सैयद इब्राहिम राइसी के दुखद निधन से बहुत दुखी ओर स्तब्ध हूं। भारत-ईरान द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने में उनके योगदान को हमेशा याद किया जाएगा। उनके परिवार और ईरान के लोगों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना। दुख की इस घड़ी में भारत ईरान के साथ खड़ा है।”
खामेनेई ने कहा ईरान ने एक ईमानदार, समर्पित सेवक खो दिया
सर्वोच्च नेता अली खामेनेई ने राष्ट्रपति इब्राहिम रायसी ओर विदेशमंत्री होसेन अमीर अब्दुल्लाहियन व अन्य के निधन पर शोक संदेश जारी किया है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति राइसी ने ने अपनी संपूर्ण जीवन ईरान और इस्लाम की निरंतर सेवा में बिताया। राइसी ने अन्य सभी विचारों से ऊपर, लोगों की भलाई और संतुष्टि को प्राथमिकता दी, जो ईश्वर की संतुष्टि के बराबर है। खामेनेई ने कहा है कि ईरान ने एक ईमानदार, समर्पित और मूल्यवान सेवक खो दिया।
ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी के दुर्घटनाग्रस्त हेलीकॉप्टर का मलबा सुबह अजरबेजान की पहाड़ियों पर मिला। हेलीकॉप्टर में राष्ट्रपति के साथ ईरान के विदेश मंत्री होसेन अमीराब्दुल्लाहियन समेत नो लोग सवार थे। रईसी 19 मई की सुबह अजरबेजान के राष्ट्रपति इल्हाम अलीयेव के साथ एक बांध का उद्घाटन करने गए थे। लोटते वक्त अजरबेजान की सीमा के करीब ईरान के न के वरजेघन शहर में यह। हादसा हुआ। उनका हेलीकॉप्टर रविवार शाम 7:30 बजे अजरबेजान के पास लापता हो गया था।
हेलीकॉप्टर में राष्ट्रपति रईसी, विदेश मंत्री होसेन के अलावा पूर्वी अजरबेजान प्रांत के गवर्नर मलिक रहमती, तबरीज के इमाम मोहम्मद अली अलेहाशेम, एक पायलट, को-पायलट, क्रू चीफ, हेड ऑफ सिक्योरिटी और बॉडीगार्ड सवार थे। ईरान के आपदा प्रबंधन संगठन प्रमुख मोहम्मद हसन नामी ने कहा है कि राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी और उनके प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों के शवों की पहचान कर ली गई है। डीएनए परीक्षण कराने की कोई आवश्यकता नहीं है।
रईसी का जन्म 1960 में उत्तर पूर्वी ईरान के पवित्र शहर मशहद में हुआ था। रईसी के पिता मोलवी थे। रईसी जब पांच साल के थे, तभी उनके पिता का निधन हो गया था। वह धार्मिक स्कॉलर और वकील भी रहे। इब्राहिम रईसी ने जब जून 2021 में ईरान की सत्ता संभाली, तब उनके सामने घरेलू स्तर पर कई चुनौतियां थीं। उन्हें 20 साल की उम्र में ही तेहरान के करीब स्थित कराज का महाअभियोजक नियुक्त किया गया था। 1989 से 1994 के बीच रईसी तेहरान के महा अभियोजक रहे और इसके बाद 2004 से अगले एक दशक तक न्यायिक प्राधिकरण के उप प्रमुख रहे। वर्ष 2014 में वो ईरान के महाभियोजक बनाए गए।