कोरबा लोकसभा : मतदाताओं का मूड हिडन पर, GGP का धीमा प्रचार किसको देगा गति?
इलेक्शन कैंपेन में भाजपा उम्मीदवार की बढ़त बनी हुई है
कोरबा 26 अप्रेल (Punch Media Election Desk) : छत्तीसगढ़ का कोरबा लोकसभा क्षेत्र (Korba Lok Sabha) हाई प्रोफाइल सीट की श्रेणी में है। यहां मुकाबला छत्तीसगढ़ के दिग्गज नेता व पूर्व विधानसभा अध्यक्ष डा. चरणदास महंत की पत्नी और कांग्रेस (Congress) की वर्तमान सांसद ज्योत्सना तथा भाजपा (BJP) की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं पूर्व सांसद डा. सरोज पाण्डेय के बीच हो रहा है। मतदान को 10 दिन शेष रह गए हैं, लेकिन मतदाताओं का मूड जाहिर नहीं हो रहा है।
इलेक्शन कैंपेन में भाजपा उम्मीदवार की बढ़त बनी हुई है। नामांकन रैली और सभा में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय, डिप्टी सीएम अरूण साव सहित आधा दर्जन मंत्रियों ने दस्तक दी थी। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और हिन्दुत्व का बड़ा चेहरा योगी आदित्यनाथ कोरबा आकर सरोज पाण्डेय के लिए समर्थन मांग चुके हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आने की भी सूचना है।
दूसरी ओर कांग्रेस प्रत्याशी ज्योत्सना महंत का चुनावी प्रचार भाजपा के मुकाबले कुछ धीमा है। कांग्रेस का पॉकेट सिस्टम पर कैंपेन चल रहा है। हो सकता है मतदान के सप्ताहभर पहले इसमें कुछ तेजी आए। स्टार प्रचारकों सूची में शामिल पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कोरबा में नामाकंन के दौरान एक चुनावी सभा ली थी। डा. चरणदास महंत पत्नी के लिए सक्रिय हैं।
इधर, मतदान की तारीख करीब आ रही है, लेकिन मतदाताओं का मूड स्पष्ट होता नहीं दिख रहा है। भाजपा के नेता मोदी मैजिक के सहारे बड़े अंतर से जीत का ने केवल दावा कर रहे हैं बल्कि आश्वस्त भी दिख रहे हैं। भाजपा की चुनावी सभा, रैली में भीड़ दिखाई पड़ती है, किंतु कार्यकर्ता ग्राउंड पर उतने सक्रिय नहीं दिख रहे हैं। कांग्रेस के स्थानीय नेताओं और कार्यकर्ताओं की एक बड़ी संख्या पलायन करवा भाजपा में लाई गई है। खासकर पाली तानाखार विधानसभा क्षेत्र में सेंध लगाने की कोशिश हुई है। क्योंकि काफी हद तक जीत की चाबी इसी क्षेत्र में है।
कांग्रेस में भी कार्यकर्ताओं के ग्राउंड पर आने की कमी दिख रही है। भाजपा के मुकबाले प्रचार धीमा है। पार्टी का फोकस ग्रामीण क्षेत्र में कहीं ज्यादा है। 2019 के लोकसभा चुनाव में पाली तानाखार विधानसभा क्षेत्र ने ज्योत्सना महंत की जीत में अहम भूमिका निभाई थी। जबकि 2019 के चुनाव में गोंडवाना गणतंत्र पार्टी (जीजीपी) के प्रमुख तुलेश्वर सिंह मरकाम स्वंय मैदान पर थे और 37 हजार 371 वोट अपने पाले में किया था। इस दफे जीजीपी से श्याम सिंह मरकाम चुनाव लड़ रहे हैं। पाली तानाखार से जीजीपी विधायक तुलेश्वर सिंह मरकाम चुनाव लड़ना चाह रहे थे। बताया गया है कि डा. चरणदास महंत ने उन्हें चुनाव नहीं लड़ने के लिए मैनेज किया। वोटिंग की तारीख करीब आ गई, लेकिन गोंडवाना गणतंत्र पार्टी प्रचार में नहीं दिख रही है। माना जा रहा है कि जीजीपी का खराब प्रदर्शन कांग्रेस को लाभ पहुंचाएगा। पार्टी को रामपुर विधानसभा क्षेत्र से भी खासी उम्मीद है।
चुनावी मुद्दों के लिहाज से कांग्रेस, भाजपा कोरबा लोकसभा क्षेत्र के विकास बात कर रहे हैं, लेकिन ये नहीं बताया जा रहा है कि यह विकास होगा कैसा होगा यानी विजन की कमी झलक रही है।
बहरहाल कोरबा लोकसभा क्षेत्र में मुख्य मुकाबला कांग्रेस बनाम भाजपा है और दोनों ही दल जीत के प्रति आश्वस्त हैं। 7 मई को मतदाताओं द्वारा वोट डाले जाएंगे और 4 जून को जब इन वोटों की गिनती होगी तो पता चलेगा ऊंट किस करवट बैठा है।
देखें 2019 का चुनाव परिणाम :
विधानसभा कांग्रेस भाजपा
- भरतपुर सोनहत 45,081 66,729
- मनेन्द्रगढ़ 40,703 45,086
- बैकुंठपुर 49,535 63,178
- रामपुर 90,180 61,117
- कोरबा 58,247 93,221
- कटघोरा 73,401 67,696
- पाली तानाखार 1,00,144 39,156
- मरवाही 65,380 59,777
- कुल 5,22,671 4,95,960