साय सरकार के दो- दो कैबिनेट मंत्री भी पार्टी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सरोज को नहीं जीता सके, क्या हैं हार के कारण
भाजपा द्वारा कोरबा सीट गंवाने के पीछे कई कारण हैं
कोरबा (Punch Media Election Desk) : छत्तीसगढ़ की 11 में 10 सीटों पर भाजपा (BJP) ने अपना परचम लहरा दिया, लेकिन कोरबा सीट हाथ से निकल गई। राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और दिग्गज नेता डा. सरोज पाण्डेय (Dr. Saroj Pandey) की हार पार्टी के लिए एक बड़ा झटका है। कोरबा लोकसभा क्षेत्र में साय सरकार के दो- दो कैबिनेट मंत्री भी पार्टी की बड़ी नेता को नहीं जीता सके।
भाजपा द्वारा कोरबा सीट गंवाने के पीछे कई कारण हैं। कोरबा लोकसभा क्षेत्र आदिवासी बाहुल्य है। इसमें आठ विधानसभा क्षेत्र कोरबा, कटघोरा, रामपुर, पाली तानाखार, भरतपुर सोनहत, बैकुंठपुर, मनेन्द्रगढ़, मरवाही समाहित हैं। भाजपा खासकर पाली तानाखार क्षेत्र में भाजपा तीसरे दर्जे की पार्टी रही है। गोंड वोट को अपने पाले में लाने में पार्टी विफल रही। इस क्षेत्र में कांग्रेस की पैठ है। रामपुर, मरवाही, भरतपुर सोनहत में भी कांग्रेस को खासा समर्थन मिलता है।
माना जा रहा है कि भाजपा ने संभवतः टिकट देने में चूक की है। दरअसल डा. सरोज पाण्डेय पर टिकट की घोषणा होने के बाद से ही बाहरी होने का ठप्पा लग गया। सुश्री पाण्डेय दुर्ग जिले से वास्ता रखती हैं और उन्होंने जमीनी राजनीति उसी क्षेत्र में की है। कोरबा जिल से भाजपा से टिकट के कई दावेदार थे। कोरिया जिले से भी टिकट की दावेदारी हो रही थी। डा. सरोज पाण्डेय को उम्मीदवार बनाए जाने से दावेदार मायूस हुए। भाजपा के स्थानीय नेता खुलकर तो नहीं, लेकिन दबी जुबान से डा. सरोज पाण्डेय को प्रत्याशी बनाए जाने को लेकर नाराजगी जताने लगे।
डा. सरोज पाण्डेय का टिकट घोषणा के दूसरे दिन ही कोरबा आगमन हुआ था। इस दौरान उन्होंने मीडिया से चर्चा की थी। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा था कि कांग्रेस मैदान पर है कहां। इसके बाद भी कई मौकों पर कांग्रेस और ज्योत्सना महंत को हल्के में लिया। इससे अंदाजा लगा कि डा. सरोज पाण्डेय अति-आत्मविश्वास में हैं। पार्टी ने जब प्रचार प्रारंभ किया तो स्थानीय नेताओं और कार्यकर्त्ताओं ने देखा कि प्रबंधन करने वाले बहुत से लोग दुर्ग, रायपुर और अन्य स्थानों से आए लोग थे। जमीनी स्तर पर उस तरह की सक्रियता नहीं दिखी जैसी भाजपा उम्मीदवारों के लिए देखने को मिलती है। बाहरी प्रचार पर कहीं अधिक जोर रहा।
हार की होगी समीक्षा
कोरबा लोकसभा क्षेत्र में साय सरकार के दो- दो कैबिनेट मंत्री लखन लाल देवांगन और श्याम बिहारी जायसवाल भी पार्टी की राष्ट्रीय नेता को जीत नहीं दिला सके। ऐसे निश्चित तौर पर पार्टी इस बात की समीक्षा करेगी। केन्द्रीय गृह मंत्री और भाजपा के दिग्गज नेता अमित शाह ने भी सरोज पाण्डेय के लिए चुनावी सभा की थी।